रीवा

Rewa news, कृषि विकास के लक्ष्यों की नहीं हुई पूर्ति तो होगी कार्यवाही – कमिश्नर

Rewa news, कृषि विकास के लक्ष्यों की नहीं हुई पूर्ति तो होगी कार्यवाही – कमिश्नर

 

रीवा। कमिश्नर कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद ने कृषि आदान की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि आगामी 24 अक्टूबर को कृषि उत्पादन आयुक्त महोदय कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन सहित अन्य विभागों की समीक्षा करेंगे। बैठक के एजेण्डा बिन्दुओं की पूरी जानकारी दो दिवस में प्रस्तुत कर दें। गत वर्ष की बैठक में दिए गए निर्देशों का पालन प्रतिवेदन संतोषजनक नहीं है। कृषि विकास के लिए जो निर्देश दिए गए थे उनके पालन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी। कमिश्नर ने कस्टम हायरिंग सेंटर के उपकरणों के उपयोग के संबंध में भ्रामक जानकारी देने पर संभागीय एग्रीकल्चर इंजीनियर शरद कुमार नारनौरे को निलंबित करने के निर्देश दिए।

कमिश्नर ने कहा कि खेती को आधुनिक बनाने के लिए नवीन सूचना तकनीक का लगातार उपयोग किया जा रहा है। गत वर्ष की बैठक में कृषि तथा उससे जुड़े विभाग के अधिकारियों को दामिनी एप एवं आईएमडी मौसम एप अपने मोबाइल में डाउनलोड करने तथा किसानों को भी डाउनलोड कराने के निर्देश दिए गए थे। कृषि विभाग तथा पशुपालन विभाग के ग्राम स्तर तक के सभी अधिकारी और कर्मचारी दो दिवस में इन दोनों एप को अपलोड कर लें साथ ही सभी आरएईओ 15 दिनों में कम से कम सौ किसानों के मोबाइल में इसे डाउनलोड करें। उप संचालक इसकी रिपोर्ट संकलित कर प्रस्तुत करें। साथ ही इन दोनों मोबाइल एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। नरवाई को जलाने से रोकने के लिए किसानों को जागरूक करें। नरवाई जलाने वाले किसानों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर जुर्माने की कार्यवाही करें। साथ ही नरवाई को खाद में बदलने के लिए सुपर सीडर एवं हैप्पी सीडर जैसे उपकरणों के उपयोग के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें।
कमिश्नर ने कहा कि सीधी और सिंगरौली जिले में कोदौ, मक्का, ज्वार आदि मोटे अनाजों का अच्छा उत्पादन होता है। इन किसानों को मिलेट प्रोत्साहन योजना का लाभ दें। किसानों को डीएपी के स्थान पर तरल डीएपी तथा एनपीके एवं सिंगल सुपर फास्फेट के खाद के उपयोग के लिए भी जागरूक करें। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाएं।

विकासखण्डों में मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला शुरू करने के लिए सभी कार्यवाहियाँ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूरी करें। कमिश्नर ने कहा कि सभी पशु चिकित्सा अधिकारी बेसहारा गौवंश को गौशालाओं में व्यवस्थित कराने के लिए विशेष प्रयास करें। पशुओं के टीकाकरण, दुधारू पशुओं के नस्ल सुधार एवं दूध उत्पादन बढ़ाने के अन्य प्रयासों की भी नियमित समीक्षा करें। कमिश्नर ने मछली पालन विभाग, सहकारिता विभाग, कृषि अभियांत्रिकी विभाग, दुग्ध संघ तथा विपणन संघ के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में उपायुक्त दिव्या त्रिपाठी, संयुक्त संचालक पशुपालन डॉ राजेश मिश्रा, उप संचालक कृषि यूपी बागरी, उप संचालक मछली पालन डॉ अंजना सिंह, सहायक संचालक कृषि प्रीति द्विवेदी, कृषि वैज्ञानिक डॉ एसके पाण्डेय, उप संचालक मण्डी, जिला विपणन अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। संभाग के अन्य जिलों के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

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